Namaz E Isteghasa In Hindi | Har Hajat Puri Hone Ka Wazifa
Namaz E Isteghasa In Hindi
इमाम जब भी किसी अहम काम के लिए रवाना होते थे 2 रकात नमाज़ पढ़ कर उस अहम काम के लिए अल्लाह की बारगाह में मुझे और आपको तरीका बताते थे के देखो तुम भी कभी अहम काम पर जाना तो याद रखना सुन्नते अली इबने अबी तालिब है नमाज़ पढ़कर जाना !
जब कोई बड़ी हाजत दर पेश हो तो इंसान को चाहिए ईशा की नमाज़ पढने के बाद रात को सोने से पहले एक तैयारी करे पाक साफ़ बर्तन में पाक और पाकीज़ा पानी लेकर उसको ढक कर रख दे और बिस्तर पर चला जाए आराम करे !
नमाज़ ए शब् से पहले उठे और उस बर्तन से 3 घूट पानी पिए और बाकी पानी से वज़ू करे !
ये वाहिद मुस्ताहब नमाज़ है जिसके लिए अज़ान और इक़ामत की रिवायत बयाँन की गयी है अज़ान कीजिये और इक़ामत कहिये उसके बाद ये 2 रकात नमाज़ पढिये !
नियत: नमाज़े इस्तेग़ासा 2 रकात बजा लता हूँ कुर्बतन इल्ललाह !
पहली रकात: सुराह हम्द के बाद सुराह इन्नाल्ज़लना दोनों सुराह पढने के बाद 25
मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
रुकू में: रुकू के ज़िक्र के बाद 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
रुकू से सीधा खडे होकर कयाम की हालत में: 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
पहले सजदे में: सजदे के ज़िक्र के बाद 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
पहले सजदे से उठने के बाद: 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
दुसरे सजदे में: ज़िक्रे सजदा करने के बाद 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
दुसरे सजदे से सर उठा कर बैठने के बाद: 25 मर्तबा या ग्यासल मुस्तागिसीन पढ़े !
150 बार हो जाएगा ये जुमला रकाते अव्वल मुकम्मल होते होते और दोनों रकात को मिलकर 300 मर्तबा हो जाएगा !
दूसरी रकात भी इसी तरह पढ़नी है सुराह हम्द के बाद सुराह कुल्होवाल्लाह…
नमाज़ मुकम्मल करने के बाद 30 मर्तबा (मिनल अब्द अल ज़लील ऐला मोला अल जलील) कहे !
अलफ़ाज़ है रिवायत के ऐसे हाजत पूरी होगी जैसे तेज़ी के साथ बारिश ऊपर से नीचे की तरफ आती है !