Dua e Tawassul in Hindi | दुआ ए तवस्सुल
Dua e Tawassul in Hindi
Dua e Tawassul in Hindi: ऐ मअबूद मैं तुझसे सवाल करता हूँ और मैं तेरी तरफ मुतावज्जेह होता हूँ, तेरे नबी ए रहमत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) के वास्ते से, ऐ अबुल कासिम ! ऐ अल्लाह के रसूल ! ऐ रहमत के इमाम ! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला ! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्ज़तदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास ।
ऐ अबुल हसन ! ऐ अमीरल मोमिनीन ! ऐ अली इब्ने अबी तालिब अ.स ! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत ! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला ! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज़्ज़तदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास । ऐ फातिमा ज़हरा अलैहि सलाम ! ऐ बिन्ते मुहम्मद सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम ! ऐ रसूल की आँखों की ठण्डक ! ऐ मेरी मालिका ! ऐ हमारी शहज़ादी ! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज़्जदार हमारी शिफाअत फरमाईये खुदा के पास ।
ऐ अबू मुहम्मद ! ऐ हसन इब्ने अली अ.स ! ऐ अल्लाह के मुन्तख़ब! ऐ रसूले खुदा सल0 के फ़रज़न्द ! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत ! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला ! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज़्ज़तदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास । ऐ अबू अब्दिल्लाहि !
ऐ हुसैन इब्ने अली अ.स ! ऐ शहीद ! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फ़रज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला ! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज़्ज़तदार हमारी शिफाअत फरमाईये खुदा के पास।
ए अबुल हसन! ऐ अली यनुल हुसैन जैनुल आबिदान अ.स! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फ़रज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्जतदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास ।
ऐ अबू जफ़र मुहम्मद इब्ने अली अ.स! ऐ बाकिर! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फ़रज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज़्ज़तदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास ।
ऐ अबू अब्दिल्लाह! ऐ जफ़र इब्ने मुहम्मद अ.स ! ऐ सादिक! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फ़रज़न्द ! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत ! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला ! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्जतदार हमारी शिफाअत फरमाईये खुदा के पास।
ऐ अबुल हसन! ऐ मूसा इब्ने जाफ़र! ऐ काजिम! ऐ रसले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फरज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्जतदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास।
ऐ अबुल हसन! ऐ अली इब्ने मूसा! ऐ रिज़ा अ.स! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फ़रज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्ज़तदार हमारी शिफाअत फरमाईये खुदा के पास।
ऐ अबू जाफ़र! ऐ मुहम्मद इब्नि अली! ऐ तकिय्युल जवाद अ.स! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फरजन्द! ऐ अल्लाह का मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्जतदार हमारी शिफाअत फरमाईये खुदा के पास।
ऐ अबुल हसन! ऐ अली बिन मुहम्मद! ऐ हादियुन्नकी अ.स! ऐ रसूले खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम के फरजन्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ़ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह में इज्जतदार हमारी शिफाअत फ़रमाईये खुदा के पास ।
ऐ अबू मुहम्मद! ऐ हसन बिन अली! ऐ ज़की असकरी अ.स! ऐ रसूले खुदा सल0 के फ़रज़न्द! ऐ अल्लाह की मख्लूक पर हुज्जत! ऐ मेरे सरदार और मेरे मौला! हम तेरी तरफ मुतावज्जेह हुए और शिफाअत चाही है और तुझसे तवस्सुल किया अल्लाह की तरफ़ और अपनी तमाम हाजतों को तेरे सामने पेश कर दिया, ऐ खुदा की बारगाह आप अल्लाह के नज़दीक मेरी उम्मीद हो जाईये, ऐ मेरे सरदार! व ऐ औलियाअल्लाह! अल्लाह का दुर्द हो आप सब पर और अल्लाह की लअनत हो आपके दुश्मनों पर, जालिमों पर, शुरू और आखिर में से, ऐ आलमीन के रब इस दुआ को कुबूल फ़रमा।