Namaz e Imam e Zamana Ka Tarika in Hindi | नमाज़ ए इमाम ए ज़माना
Namaz e Imam e Zamana Ka Tarika in Hindi: मोमनीन हज़रात आज हम आपको नमाज़ ए इमाम ए ज़माना पढने का तरीका बताने जा रहे है ये 2 रक़त नमाज़ है सुबह की नमाज़ की तरह ही इसको पढ़ा जाता है इस नमाज़ में सुरह हम्द में इय्याका न अबुदु व इय्याका नस्तईन को 100 मर्तबा पढना होता है मुक़म्मल तरीका आपको नीचे बताया गया है नमाज़ ए इमाम ए ज़माना पढने का तरीका इस तरह है !
नियत: 2 रक़त नमाज़, नमाज़ ए इमाम ए ज़माना पढ़ता हूँ या पढ़ती हूँ कुर्बतन इलल्ललाह !
पहली रक़त: सुरह हम्द 1 मर्तबा और सुरह तोहीद 7 मर्तबा, आपको ध्यान ये देना है की जब आप सुरह हम्द पढ़ रहे हो आपको इय्याका न अबुदु व इय्याका नस्तईन को 100 मर्तबा पढना है !
रुकू: रुकू में रुकू का ज़िक्र पढ़े 7 मर्तबा !
सजदा: सजदा में सजदा का ज़िक्र पढ़े 7 मर्तबा !
दूसरी रक़त: पहली रक़त की तरह ही आपको दूसरी रक़त को पढना है 1 बार सुरह हम्द और 7 मर्तबा सुरह तोहीद, पहली रक़त की तरह ही अपको सुरह हम्द में 100 मर्तबा इय्याका न अबुदु व इय्याका नस्तईन को पढना है !
रुकू: रुकू में रुकू का ज़िक्र पढ़े 7 मर्तबा !
सजदा: सजदा में सजदा का ज़िक्र पढ़े 7 मर्तबा !
तशहुद सलाम को पढ़कर आपको नामज़ को तमाम कर देना है !