Ziarat e Imam e Zamana in Hindi, ज़ियारते इमामे ज़माना अ.स.
Ziarat e Imam e Zamana in Hindi
Ziarat e Imam e Zamana in Hindi: ज़ियारते इमामे ज़माना अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) जनाब सय्यद ताऊस से साबित है कि अपने ज़माने के इमाम को याद करना चाहिए और हर रोज़ सुबह की नमाज के बाद ये ज़ियारत पढना मुस्तहब है।
Ziarat e Imam e Zamana
बिसमिल्ला हिर रहमानिर रहीम:अल्लाहुम्मा बल्लिग़ मौलाया साहिबज़्ज़मानि सलवातुल्लाहि अलैहि अन जमीइल मुमिनी-न वल मुमिनाति फी मशारिकिल अर्ज़ि व मगारिबिहा व बर्रिहा व बहरिहा व सहलिहा व जबलिहा हय्यिहिम व मय्यितिहिम वअन वालिदय्या वलदी व अन्नी मिनस्सलवाति वत्तहिय्याति ज़िनता अर्शील्लाहि व मिदादा कलिमातिही व मुन्तहा रिज़ाहु व अददा मा अहसाहू किताबहु व अहाता बिही इल्मुहू, अल्लाहुम्मा इन्नी उजविव्दु लहु फी हाज़ल यौमि व फी कुल्लि यौमिन अहदंव व अक्दंव व बैअतन फ़ी रकबती अल्लाहुम्मा कमा शर्रफ्तनी बिहाज़त्तशरीफि, व फज्जलतनी बिहाज़िहिल फज़ीलति व खसस्तनी बिहाज़िहिननअमती फ़स्वल्लि अला मौलाया व सय्यिदी साहिबिज्ज़बानि वज अलनी मिन अन्सारिहि व अश्याइही वज्जाबीना वजअल्नी मिनल मुस्तहिदीना बैना यदैहि तायि-अन गैर मुकरहि फिस्सपिफल्लज़ी नअत्ता अहलहु फ़ी किताबिका फकुलता सफ्नफ़ कअन्नहुम बुन्यानुम मर्सूस, अला ताअतिका व ताअति रसूलिका व आलिही अलैहिमुस्सलाम, अल्लाहुम्मा हाज़िही बैअतुल लहु फ़ी उनुकी इला यौमिल कियामह ।