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Dua e Yastasheer in Hindi |PDF | दुआ ए यस तशीर

Dua e Yastasheer in Hindi

Dua e Yastasheer in Hindi

Dua e Yastasheer in Hindi: दुआ ए यस-तशीर हज़रत अमीरूल मोमिनीन अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद)  ने फ़रमाया कि हज़रत रसूल ए खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) ने मुझे मुसीबतों में राहत के लिए ये दुआ पढ़ने का हुक्म दिया और फ़रमाया कि हमारे बाद जो इमाम हो उसको ये दुआ तालीम करो और ये दुआ पढ़ा करे यहाँ तक कि अल्लाह से मुलाकात करो।

हज़रत रसूल ए खुदा सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद)  ने फ़रमाया कि ऐ अली ये दुआ सुबह व शाम पढ़ा करो इसलिए कि अर्श के खज़ानों में से ये एक खज़ाना है। अली इब्ने कअब ने अर्ज किया कि या रसूलुल्लाह सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) इस दुआ की फजीलत बयान करें।

हज़रत ने फरमाया कि ये दुआ इतनी फजीलत वाली है कि उलमा के अल्फाज़ इसके लिए काफी नहीं हो सकते और रहमत उतरती है, हक्के तआला उसको सुकून अता फरमाता है और उसको रहमत घेर लेती है और ये दुआ आख़िर में सिवाए अर्श के और कहीं नहीं है। इसलिए ये दुआ अर्श तक जाती है और इस दुआ की आवाज़ शहद की मक्खियों की तरह गूंजती है !

इस दुआ के पढ़ने वाले पर अल्लाह तआला रहमत की नज़र करता है जो आदमी इस दुआ को तीन मर्तबा पढे तो दुनिया व आखिरत की जो हाजत चाहेगा पूरी हो जाएगी और खुदा उसको कब्र के अज़ाब से बचाएगा और उसके सीने की घुटन को दूर करेगा और कयामत के दिन हश्र के मैदान में ऐसे तरीके से लाया जाएगा कि सफेद मोतियों की सवारी के ऊपर सवार होगा और खुदा उसके लिए हर तरह की बुलन्दी, इज्जत व शरफ अता करेगा और फरमाएगा कि ऐ हमारे बन्दे बहिश्त में जहाँ चाहो वहाँ रहो। ऐसी चीजें अता करेगा कि किसी आँख ने न देखी होगी और कान ने न सुनी होगी।

ये सुनकर जनाब सलमान फरसी रजि0 ने अर्ज किया या सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) इस दुआ का सवाब और ज्यादा बयान करें। हजरत सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) ने फरमाया कि खुदा की कसम है जिसने मुझे पैगम्बर बनाया किसी दीवाने के ऊपर ये दुआ पढ़दें तो उसकी दीवानगी जाती रहे, बच्चे की पैदाइश के मौके पर औरत के सामने ये दुआ पढ़ दें तो बच्चे की विलादत में आसानी होगी।

सलमान मुझे कसम है खुदा की जिसने मुझे हक़ के साथ भेजा है। जो बन्दा ये दुआ जुमे की 40 रातें पढ़े तो खुदा खुश हो जाए और कोई गुनाह न रहे। ऐ सलमान जो आदमी ये दुआ पढ़कर सो जाए और खुदा से सवाब की उम्मीद रखे तो दुआ के एक एक हर्फ के बदले हज़ार हज़ार फ़रिश्ते पैदा करेगा जो उसके लिए मगफिरत की दुआ करेंगे और उस आदमी का चेहरा सूरज की तरह रौशन हो जाएगा।

ये सुनकर जनाब सलमान ने अर्ज़ किया कि हज़रत सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) ये दुआ पढ़ने से अल्लाह इतना सवाब देगा, तो हज़रत सल्लाहो अलैहि वालेहि वसल्लम (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) ने फरमाया कि ऐ सलमान इस सवाब की बात लोगों से | जाहिर न करना जब तक कि मैं इसको ज़ाहिर न कर दू !

जनाब सलमान ने अर्ज़ किया कि आप इस दुआ के सवाब को जाहिर करने से क्यों मना करते हैं। आपने जवाब दिया कि इसलिए कहता हूँ कि ख़ौफ़ रहता है कि लोग इस दुआ के ऊपर उम्मीद रखेंगे। उसके बाद आपने फ़रमाया कि जो आदमी ये दुआ पढ़े तो अपनी ज़िन्दगी में जो गुनाहे कबीरा किये हों और ये दुआ पढ़ली हो और किसी भी रात या दिन में मर जाए तो शहीद मरेगा और परवरदिगार अपनी मेहरबानी से उसे बख्श देगा चाहे तौबा भी न की हो और वह दुआ ये है।

आप इस दुआ को PDF फाइल में डाउनलोड कर सकते है नीचे डाउनलोड बटन पर क्लिक करके !

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