Fazilat

Surah Yaseen Ki Fazilat In Hindi

Surah Yaseen Ki Azmat

सादिक आले मोहम्मद हज़रत इमाम जाफर सादिक अ. स. फरमाते है के सूरह यासीन कुरान का दिल है जो शख्स दिन के वक़्त इस सुरह की तिलावत करेगा खुदा की अमान में रहेगा और शब् को सोने से पहले तिलावत करने वाले के लिए खुदा वन्देआलम एक हज़ार फरिश्ते मुक़र्रर फरमाएगा !

जो इसके हक़ में ज़िन्दगी भर इस्तग्फार करेगे और मरने के बाद इसके जनाज़े को सलाम करेगे और कब्र में साथ रहेगे, कयामत तक इबादत बजा लायगे और इस इबादत का सवाब इस बंदे को बक्शेगे और इसकी कब्र को कशादा बनाएगे और हमेशा इसकी कब्र से नूर निकलता रहेगा जिस वक़्त वो अपनी कब्र से उठेगा तो ये फ़रिश्ते इसके हमराह होगे ! 

जो हँस हँस कर इससे बाते करेगे हर नेहमत की इसे खुशखबरी देगे हत्ता के सेरात ए मिजान से गुज़ार कर मलायका मुकर्रबीन और अम्बिया मुरसलीन के मक़ाम तक पोहचा देगे जिनकी रिफाकत मेह्सिरा आने के बाद रब्बुल इज्ज़त इरशाद फ़रमाएगा ऐ मेरे बन्दे अगर तू चाहे शिफाअत करके तेरी शिफाअत लोगो के हक में मकबूल है !

और जो कुछ चाहे मुझ से तलब कर तमाम मुक्सूद तेरे तुज को इनायत करुगा बस जिसकी वो बंदा शिफाअत करेगा और जो कुछ वो तलब करेगा अल्लाह ताअला इसको इनायत फरमाएगा इसका हिसाब नही लेगा, और किसी गुन्हा का इससे मवाखज़ा न होगा क़यामत के दिन लोग इसका मर्तबा देख कर कहेगे सुभान अल्लाह, इस बंदे से कोई छोटा सा गुन्हा भी नही हुआ है के इसका मवाखज़ा हो !

जनाब रसूल ए खुदा सल्ललाह अ. स. से रिवायत है के जो शख्स कुर्बतन एल्लाल्ला इस सुरह को पढ़े इसके तमाम गुन्हा बक्शे जाएगे और सवाब 12 कुरान मजीद के खत्म करने का इसको हासिल होगा और दूसरी रिवायत में है के 22 कुरान मजीद खत्म करने का सवाब मिलेगा अगर बीमार के सिरहाने इस सुरह को पढ़े तो बेशुमार, हर हर्फ़ के दस फ़रिश्ते इसके पास हाज़िर होगे !

और इसके लिए बक्शीश चाहेगे इसकी रूह कब्ज़ होने के बाद इसके जनाज़े के हमराह जाएगे इस पर नमाज़ पढेगे और दरूद भेजेगे फिर अजाब से इसकी हिफाज़त करेगे और जो बीमार मरते वक़्त इस सुरह को पढे या कोई और शख्स इसके पास पढ़े रिजवान इसके लिए होज़ ए कोसर का पानी लेकर आयेगा और इसे बहशत की खुशखबरी देगा !

और हज़रत सल्लल्लाह अलेहे वसल्लम ने फ़रमाया इस सुरह की तिलावत करने वाला और सुनने वाले को को दुनिया ओं अख़रत की बेहतरी हासिल होती है इस सुरह को दफाह कहते है क्युके इसके पढने वालो से दुनिया ओं अख़रत की बलाए दफाह होती है और इसको काज़िया भी कहते है क्युके पढने वालो की तमाम हाजते पूरी होती है !

जो शख्स इसको एक बार पढ़े इसे 22 हज का सवाब मिलता है और जो कोई इसे सुने इसे इस शख्स के मानिद सवाब हासिल होता है जिसने हज़ार दीनार दिए हो और जो शख्स इसे लिखे और धो कर पिए तो हज़ार शिफ़ाए, हज़ार नूर, हज़ार बरकते और हज़ार रहमते हासिल होगी और तमाम जिस्मानी बीमारिया दूर होगी !

हज़रत सल्लल्लाह अलेहे वसल्लम ने फ़रमाया के जो शख्स इसको कब्रिस्तान में तकफीफ अजाब की नियत से पढ़े तो वहा जो दफ़न है इनका अजाब दूर होगा और जितने लोग इस मकबरे में मद्फून है इनकी तअदाद के बराबर सवाब हासिल होगा !

सूरह यासीन की बरकत, सूरह यासीन के फायदे, सूरह यासीन पढ़ने का सवाब

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *