Surah

Surah e Mulk in Hindi | सूर ए मुल्क |Fazilat By Imam Ali a.s

Surah e Mulk in Hindi

Surah e Mulk in Hindi

सूर ए मुल्क Surah e Mulk in Hindi: हज़रत अली इब्ने अबी तालिब अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) नबी अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) से रवायत करते हैं कि दुनिया में जो शख्श सूरह मुल्क की तिलावत करता रहेगा वह कयामत के रोज़ निजात पाएगा। फ़रिश्तों के परों पर उड़ेगा और उसका चेहरा हज़रत यूसुफ अ.स. की तरह हसीन व जमील होगा। इमाम मोः बाक़र अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) फ़रमाते हैं

कि सूरह मुल्क, सूर के माने है क्योंकि ये अपने पढ़ने वाले को कब्र के अज़ाब से रोकता है। हर रोज़ इशा की नमाज़ के बाद इस सूरत को मनहिय्या यानी निजात देने वाला और वाकिय्या यानी कब्र के अज़ाब से महफूज रखने वाला है। बकौले इमाम जाफर अ.स. (अल्लाह हुम्मा सल्ले अला मोहम्मद वा आले मोहम्मद) कि अगर इस सूरत मुबारका की तिलावत रात के वक्त की जाए तो पढ़ने वाला दूसरी सुबह तक अल्लाह की पनाह यानी हिफ़ाज़त में रहेगा। ये सूरत कयामत के रोज़ भी हमें अज़ाबे इलाही से बचाएगा।

Surah e Mulk in Hindi

बिसमिल्ला हिर रहमानिर रहीम : तबा-रकल्लजी बि-यदिहिल मुल्क, व हु-व अला कुल्लि शैइन कदीर • निल्लज़ी ख-ल-कल मौ–त वल हया-त लि-यब-लु-व-कुम अय्युकुम अह्सनु अ-म-ला, व हुवल अजीजुल गफूर • अल्लजी ख-ल-क सब-अ समावातिन तिबाक़ा, मा तराफ़ी ख़लकिर्रहमानि मिन तफावुत, फ़रजिइल ब-स-र, हल तरामिन फुतूर • सुम्मरजिइल ब-स-र कर्रतैनि यन्कलिब इलैकल ब-स-रू खासिअंव व हु-व हसीर • व लक़द जय्यन्नस्समाअदुनिया बि-मसाबी-ह व-जअल-नाहा रूजूमल्लिश्शयातीनि व अअतदना लहुम अज़ाबस्सईर • व लिल्लज़ी-न क-फ-रू बि-रबिहिम अज़ाबु जहन्नम, व बेअसल मसीर •

इज़ा उलकू फ़ीहा समिऊ लहा शहीकंव व हि-य तफूर • तकादु तमय्यजु मिनल गैज, कुल्लमा उलकि-य फीहा फौजुन स-अ-ल-हुम ख-ज-नतुहा अलम यातिकुम नज़ीर • कालू बला कद जा-अना नज़ीर, फकज्जबना व कुल्ना मा नज्जलल्लाहु मिन शैइन, इन अन्तुम इल्ला फ़ी जलालिन कबीर • व कालू लौ कुन्ना नस-मउ औ नकिलु मा कुन्ना फी असहाबिस्सईर • फ़ा त-र-फु बि-ज़मबिहिम फ़-सोहक़ल लि-असहाबिस्सईर . इन्नल्लजी-न यखशौ-न रब्बहुम बिलगैबि लहुम मग-फ़ि-रतुंव व अजरून कबीर • व असिहँ कौ-लकम अविज-हरू बिह, इन्नहू अलीमुम बि-जातिस्सुदूर • अला यअलमु मन खलक, व हुवल्लतीफुल खबीर •

हुवल्लज़ी ज-अ-ल लकुमुल अर-ज़ जलूलन फ़मशू फी मनाकिबिहा व कुलू मिररिजकिहि, व इलैहिन्नुशूर • अ-अमिन-तुम मन फ़िस्समाइ अंय्यख्सि-फ़ बिकुमुल अर-ज़ फ़इज़ा हि-य तमूर • अ-अमिनतुम मन फिस्समाइ अय्युरसि-ल अलैकुम हासिबा फ़-स-त-लमू-न कै-फ़ नज़ीर • व लक़द कज़्ज़बल्लज़ी-न मिन कबलिहिम फ़कै–फ का-न नकीर • अ-व-लम यरव इलत्तैरि फौ-कहुम साफ्फातिंव व यक़बिज़्न, मा युमसिकुहुन-न इल्लर्रहमान, इन्नहू बिकुल्लि शैइम बसीर • अम्मन हाज़ल्लज़ी हु-व जुन्दुल्लकुम यन-सुरू–कुम मिन दूनिर्रहमान, इनिल काफ़िरू-न इल्ला फी गुरूर •

अम्मन हाज़ल्लजी यर-जुकुकुम इन अम-स-क रिज-कह, बल्लज्जू फी उतूविंव व नुफूर • अ-फ़-मय्यमशी मुकब्बन अला वजहिही अहदा अम्मंय्यमशी सवीय्यन अला सिरातिम्मुस्तकीम • कुल हुवल्लज़ी अन-श-अ-कुम व ज-अ-ल ल कु मुस्सम् -अ वल अब सा-र वल-अफ़-इदह, क़लीलम्मा तशकुरून • कुल हुवल्लजी ज-र-अकुम फ़िल अरजि व इलैहि तुहशरून • व यकूलू-न मता हाज़ल वअदु इनकुन्तुम सादिकीन •

कुल इन्नमल इल्म इन्दल्लाह, व इन्नमा अना नज़ीरूम्मुबीन • फलम्मा रऔहु जुल-फ़तन सीअत वुजूहुल्लज़ी-न क-फ़-रू व की-ल हाज़ल्लज़ी कुन्तुम बिही तद्दऊन • कुल अ-र-अयतुम इन अह-ल-क-नियल्लाहु व मम म-इ-य अव रहि-मना, फ़मंय्युजीरूल काफ़िी -न मिन अज़ाबिन अलीम • कुल हुवर्रहमानु आमन्ना बिही व अलैहि तवक्कल्ना, फ़-स-तअलमू-न मन हु-व फ़ी जलालिम्मुबीन • कुल अ-र-अयतुम इन अस-ब-ह मा-उकुम गौरन फ़मय्यातीकुम बिमाइम्मईन •

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