Zakat Nikalne Ka Tarika | Zakat Kaise Nikale | Zakat Ke Fayde
Zakat Nikalne Ka Tarika
सवाल: ज़कात किन चीजों पर वाजिब है ? |
जवाब: ज़कात मवेशियों पर, सोना चाँदी पर और ग़ल्लात पर वाजिब है ! |
सवाल: मवेशी क्या है ? |
जवाब: ऊंट, गाय , बकरी ! |
सवाल: क्या मवेशियों पर ज़कात वाजिब है ? |
जवाब: आज काल मवेशियों पर ज़कात वाजिब नही है क्युकी मवेशियों पर ज़कात वाजिब होने की अहम तरीन शर्त है जो आज के टाइम में फ़ाकित हो गयी है के सारा साल मवेशी किसी के माल से न चरे न अपने मालिक के न किसी के, खुदा की ज़मीन पर वो अपना चारा ढूंढे और उसी से अपना पेट भरे तो ज़कात वाजिब है लेकिन आज के टाइम में ऐसा ना मुमकिन सा है ! |
सवाल: सोना और चाँदी पर ज़कात कब वाजिब है ? |
जवाब: सोना चाँदी जो रायजुल वक़्त होता था सिक्के के साथ जो लेन देन होता था उन सिक्को पर ज़कात वाजिब होती थी आजकल सिक्को से लेन देन नही होता है आज के टाइम में सिक्के अगर है भी तो ये लेन देन के लिए नही है तो इसलिए इन सिक्को पर भी ज़कात वाजिब नही है ! |
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सवाल: ग़ल्लात कितने है ? |
जवाब: ग़ल्लात 4 है गेहू, जो, खजूर और किशमिश ! |
सवाल: खजूर और किशमिश पर ज़कात कब वाजिब है ? |
जवाब: जब ये खुश्क हो जाए तो ज़कात वाजिब है खजूर ताज़ा है या किशमिश ताज़ी है तो ज़कात वाजिब नही है जब अंगूर खुश्क होकर किशमिश बन जाए और खजूर खुश्क हो कर छुवारा बन जाए तो ज़कात वाजिब है ! |
सवाल: ग़ल्लात पर ज़कात कब वाजिब है ? |
जवाब: अगर ये खुश्क होने के बाद या साफ़ होने के बाद 847 किलो बन जाते है तो ज़कात वाजिब है ये वो मिकदार है इसके बाद जितने भी मिकदार होगी उस सब पर आपको ज़कात निकालनी है |
अगर अपने अपनी ज़मीन को मुफ्त पानी से सेराब किया है तो आपको 10% ज़कात निकालनी है अगर अपने पानी से यानि पैसो के पानी से ज़मीन को सेराब किया है तो 5% ज़कात निकालनी है |
मतलब ख़ुदाई पानी जैसे बारिश का पानी, नहर का पानी, या दरया वगैरा का पानी से फसल तैयार हुई है तो उस पर 10% ज़कात वाजिब है |
अगर अपने कुए के पानी से, या पैसा खर्च करके फ़सल को सेराब किया है तो उस पर 5% ज़कात वाजिब है अगर आप की फसल 100 मन तैयार हो गयी है तो आपको उसका 20 वा हिस्सा ज़कात के तोर पर देना है ! |
सवाल: बाज़ दफ़ा बारिश भी हुई और हमने अपने पैसो के पानी से भी फ़सल को सेराब किया तो उस सूरत में क्या हुक्म है? |
जवाब:अगर बारिश का पानी और अपने जो अपने पैसो के पानी से फ़सल को सेराब किया अगर दोनों की मिकदार बराबर थी तो आपको 7.5% ज़कात देनी है ! |
सवाल: ज़कात किसको देनी है ? |
जवाब: मोमीन मुस्ताहिक़ असना अशरी हो और जो अपने घर के अख्राजात की कूवत नही रखता या कमा नही सकता आप उस मोमीन को ज़कात दे सकते है आपकी ज़रूरत के मुताबीक गंदम भी दे सकते है और पैसे भी दे सकते है ! |
सवाल: ज़कात किस वक़्त निकाले ? |
जवाब: खर्च निकालने से पहले ज़कात देगे ज़कात निकालने में या कुम्स निकालने में हिचकिचाहत नही आनी चाहिए के ये हमारा माल है ये वो माल है के हमारा इस वजह से हुआ है के खुदा वन्दे करीम ने हमे दिया है कमाया हमने है लेकिन कमाने की ताक़त किसने दी है हमारे पास जो भी असबाब है जिससे हम पैसा कमा लेते है ये सब खुदा मुहय्या न करता हमारे अंदर इतनी ताक़त न डालता हमारे जिस्म में इतना ज़ोर न डालता तो हम कहा से कमाते उस खुदा ने जो दिया है उसकी खातिर अगर खर्च करेगे तो उस माल में बेतहाशा बरक़त होगी ! |
जैसे ही आपकी फ़सल तैयार हुई साफ़ सफाई करने बाद आप सबसे पहले ज़कात निकाले, ज़कात निकलने के बाद आप घर के लिए रखे और जो करना चाहते है करे !
Zakat Nikalne Ka Tarika |